तेरे मेरे सपने सभी
बंद आँखों के ताले में हैं
चाभी कहाँ ढूंढें बता
वो चाँद के प्याले में हैं
फिर भी सपने कर दिखाऊँ
सच तो कहना बस यही
मैं तेरे काबिल हूँ या
तेरे काबिल नही (x2)
तेरे मेरे सपने सभी
तेरे मेरे सपने सभी
बंद आँखों के ताले में हैं
चाभी कहाँ ढूंढें बता
वो चाँद के प्याले में हैं
फिर भी सपने कर दिखाऊँ
सच तो कहना बस यही
मैं तेरे काबिल हूँ या
तेरे काबिल नही (x2)
ये शरारतें ये मस्तियाँ
अपना यही अंदाज़ है
हो…..
समझाए क्या कैसे कहें
जीने का हाँ इसमे राज़ है
धड़कन कहाँ ये धड़कती है
दिल में तेरी आवाज़ है
अपनी सब खुशियों का अब तो
ये आगाज़ है
तेरे मेरे सपने सभी
तेरे मेरे सपने सभी
बंद आँखों के ताले में हैं
चाभी कहाँ ढूंढें बता
वो चाँद के प्याले में हैं
फिर भी सपने कर दिखाऊँ
सच तो कहना बस यही
मैं तेरे काबिल हूँ या
तेरे काबिल नही (x2)
सागर की रेत पे दिल को जब
ये बनाएँगी मेरी उंगलियाँ
तेरे नाम को ही पुकार के
खनकेंगी मेरी चूड़ियाँ
तुझमे अदा ऐसी है आज
उड़ती हों जैसे तितलियाँ
फीकी अब ना होंगी कभी
यह रंगीनियाँ
तेरे मेरे सपने सभी
तेरे मेरे सपने सभी
बंद आँखों के ताले में हैं
चाभी कहाँ ढूंढें बता
वो चाँद के प्याले में हैं
फिर भी सपने कर दिखाऊँ
सच तो कहना बस यही
मैं तेरे काबिल हूँ या
तेरे काबिल नही (x2)
ला ला ला….