मेरे होठों से धुआंधार निकलती है जो बोली
जैसे… जैसे… बंदूक की गोली
मेरे तेवर में है तहजीब की रंगीन रंगोली
जैसे… जैसे… हो ईद में होली (×2)
मेरे जीवन की दशा
थोड़ा रास्तों का नशा
थोड़ी मंजिल की प्यास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
हां… कसम से
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
पल में, तोला पल में माशा
जैसी, बाज़ी वैसा पासा
अपनी थोड़ी हटके दुनियादारी है
करना, क्या है चांदी सोना
जितना पाना उतना खोना
हम तो दिल के धंधे के व्यापारी हैं
मेरी मुस्कान लिए कभी आती है सुबह
कभी शामें उदास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
हां… कसम से
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
हो सब के होठों में चर्चा तेरा
बंटता गलियों में पर्चा तेरा
यूं तो आशिक हैं लाखों मगर
सबसे ऊंचा है दर्जा तेरा
जेब में हो अठन्नी भले
चलता नोटों में खर्चा तेरा
यूं तो आशिक हैं लाखों मगर
सबसे ऊंचा है दर्जा तेरा
सबसे ऊंचा हैं दर्जा तेरा
मेरी तारीफ से छुपाती फिरें बदनामियां मेरी
जैसे… जैसे… हो आंख-मिचौली
मेरे तेवर में है तहजीब की रंगीन रंगोली
जैसे… जैसे… हो ईद में होली
मेरे जीवन की दशा
थोड़ा रास्तों का नशा
थोड़ी मंजिल की प्यास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
बाकी सब फर्स्ट क्लास है
हां… कसम से
बाकी सब फर्स्ट क्लास है हा…